बहुआयामी प्रतिभा की धनी है डॉ शिखा रानी
बहुआयामी प्रतिभा की धनी है डॉ शिखा रानी

जिंदगी के सफर में यूं तो हर कोई कुछ न कुछ छोटा या बड़ा करने का प्रयास करता है । परन्तु चर्चा उसकी होती है जो दुसरों के लिए जीता है । डॉ शिखा रानी यूं तो पेशे से डॉक्टर है और पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में सिनियर रेजिडेंट के पद पर कार्यरत हैं । लेकिन उनकी एक बड़ी पहचान लेखिका, समाजिक कार्यकर्ता और मजबूत इरादों की नारी शक्ति के तौर पर है । बिहार के एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मी शिखा वर्तमान में विभिन्न तरह के उत्पीड़न झेल चुकी महिलाओं में आत्मविश्वास जगाने का कार्य कर रही है । वे राज्य के सूदूर क्षेत्रों में यात्रा करती है , किसी भी तरह के उत्पीड़न की शिकार रही महिलाओं से मिलना , उनके संघर्षों को सुनने समझने के साथ ही उन्हें मानसिक संबल और न्यायिक सहायता दोनों पहुंचाने का कार्य कर रही है । डॉ शिखा तीन जिलों में मेडिकल आफिसर भी रहीं हैं , और जहां भी रही है उन्होंने बदलाव की बयार लाने की कोशिश की है । उन्होंने पदस्थापना के दौरान एक ओर उन क्षेत्रों में महिला स्वास्थय और सशक्तिकरण वहीं दुसरी ओर कुपोषण , नेत्र चिकित्सा और नार्मल डिलीवरी अवेयरनेस को लेकर बेहतर काम किया ।नवोदय विद्यालय से बारहवीं की परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने कोलकाता मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया । वे रेडियो डायग्नोसिस में एमडी है । इनके कई रिसर्च देश विदेश के नामी जर्नल में छप चुके हैं । महिलाओं के संघर्ष को सामने लाने के लिए वे सच्ची घटनाओं पर आधारित एक किताब लिख रही हैं , जिसमें 50 से ज्यादा वैसी महिलाओं की कहानी है जिन्होंने संघर्ष पर सफलता पाई है । इनका मानना है यह किताब अन्य महिलाओं , नारी शक्ति के लिए प्रेरणास्रोत होगी । डॉ शिखा समाज में सकारात्मक मुहिम चलाने के साथ ही शिक्षा दान का कार्य भी करती है । वे जहां भी रहीं है , वहां के आसपास के गरीब और वंचित बच्चों को समुह में इकट्ठा कर उनको शिक्षित करने और योग्य बनाने के लिए भी प्रयासरत रहती है । डॉ शिखा का बहुआयामी प्रयास उन्हे एक सशक्त महिला के तौर पर स्थापित करता है ।
फेम इंडिया मैगजीन - एशिया पोस्ट सर्वे के 25 सशक्त महिलाएं 2020 की सूची में डॉ शिखा रानी शामिल है ।