विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं रोहित कंसल
आईएएस रोहित कंसल सकारात्मक और विकासवादी सोच के हैं । विषम परिस्थिति में शांति से काम करने के लिए जाने जाते हैं। 1995 बैच के आईएएस अधिकारी रोहित कंसल विकास और सुधार को लेकर हमेशा
सजग रहते हैं। आम लोगों की मदद के लिए वे हमेशा तैयार रहते हैं । इसी सोच को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने प्रशासनिक सेवा को चुना ।
रोहित कंसल का जन्म पंजाब में 28 जुलाई 1969 को हुआ। उन्होंने पंजाब के थापर यूनिवर्सिट से मैकेनिकल इंजीनिरिंग में बीटेक किया और आईआईएस कोलकाता से मनेैजमेंटमें पोस्ट ग्जुएश रे न की डिग्री हासिल की। इसके बाद रोहित कंसल को प्रशासनिक सवा कीपरीक्षा में सफलता मिली। उन्हें जम्मू कश्मीर कैडर मिला। आईएएस रोहित कंसल ने ट्निंग के बाद उधमपुर में एसडीएम के पद पर ज्वाइन किया। इसके बाद वे जम्मू में एडिशनल डिप्टी कमिश्नर बनाए गए।
दिसंबर 1999 स अे क्टूबर 2001 तक वे बडगाम के डिप्टी कमिशनर रहे और प्रशासन में जबरदस्त सुधार किया। दिसंबर 2002 में प्रशासनिक अधिकारी रोहित कंसल को माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड, जम्मू का एडिशनल सीईओ बनाया गया। इस पद पर रहते हुए रोहित ने श्रद्धालुओं को श्राइन बोर्ड के लिए काफी अहम कार्य किए । माता वैष्णो देवी के दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं के लिए भैरव जी दर्शन के लिए रोप-वेप्रोजेक्ट शुरू करने का प्रस्ताव लाया और इस पर काम शुरू हुआ। इसके बाद इन्हें स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरशेन, जम्मू का मैनेजिंग डायरेक्टर बना दिया गया। इस पर रहते हुए उन्होंने रोड ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में काफी कुछ किया।
प्रशासनिक अधिकारी रोहित कंसल की इसके बाद केंद्र में प्रतिनियुक्ति कर दी गई। अगस्त 2006 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय में हायर एडुकेशन के डिप्टी सेक्रेटरी नियक्तु किए गए। 2007-2008 में वित्त मंत्री के पीएस रहे । इसके वे डिप्टी सेक्रेटरी कॉमर्स एंड इंडस्ट्री बनाए गए । रोहित कंसल इसके बाद नवीन और नवीकरण ऊर्जा के डायरेक्टर के पद पर रहे और इस क्षेत्र में उल्खलेनीय योगदान किया। भू-राजस्व और आम प्रशासन विभाग में कमिश्नर के पद पर रहे . वे प्लानिंग विभाग के कमिश्नर भी रहे । 26 साल की प्रशासनिक सेवा में फिलहाल रोहित कंसल जम्मू कश्मीर में ऊर्जा व सूचना विभाग में प्रधान सचिव के पद पर हैं। रोहित कंसल को उनकी विद्वता के लिए विश्व बौद्धिक संपदा संस्थान,जनेवा में लेक्चर देने के लिए आमंत्रित किया गया । ये एललॉ स्कूल और आईआईएम
बैंग्लोर मे भी कई अहम विचार गोष्ठी में हिस्सा ले चुके हैं।