शक्ति - नेशनल रूरल हेल्थ मिशन की शुरुआत की रणनीतिकार रही है शुभ्रा सिंह

शक्ति - नेशनल रूरल हेल्थ मिशन की शुरुआत की रणनीतिकार रही है शुभ्रा सिंह

 शक्ति - नेशनल रूरल हेल्थ मिशन की शुरुआत की रणनीतिकार रही है शुभ्रा सिंह

नेशनल फ़ार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) की वर्तमान चैयरमैन शुभ्रा सिंह की गिनती पॉवर कॉरिडोर में समझदार महिला आईएएस  अधिकारी के तौर पर होती है ।  साथ ही उन्हें उनके सहयोगी सौम्य और अनुशासन प्रिय मानते है। 2013 में रजत पदक से भारत के राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित शुभ्रा सिंह राजस्थान कैडर की 1989 बैच की आईएएस है। मूल रूप से उत्तरप्रदेश के मेरठ की रहने वाली है। वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर है और उन्हें नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग आथरिटी का चेयरपर्सन नियुक्त किया गया है। पालिटिकल साइंस में फर्स्ट डिवीजन से पोस्ट ग्रेजुएट शुभ्रा ने शुरुआत में ही सिविल सर्विस को अपना गंतव्य निर्धारित कर लिया था । करौली में कलेक्टर के तौर पर हो या स्पेशल सेक्रेटरी और सेक्रेटरी हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर , सेक्रेटरी डेयरी डेवलपमेंट एंड फिशरी डिपार्टमेंट या फिर कमिश्नर डीपीईपी उन्होंने हर पद पर बेहतर नतीजे दिए ।‌ केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भी उन्होंने सदैव अच्छा कार्य किया । 2011 में राजस्थान के सेंसेक्स आपरेशन में बेहतर प्रदर्शन के लिए ही उन्हें राष्ट्रपति द्वारा रजत पदक दिया गया था । शुभ्रा सिंह के पास प्रो-इंडस्ट्री क्रेडेंशियल्स हैं, इसलिए सेंट्रल डेप्यूटेशन पर मिनिस्ट्री ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज में उन्हे  ज्वाइंट सेक्रेटरी डीआईपीपी और फिर एक्जक्यूटीव डायरेक्टर इंडिया ट्रेड प्रमोशन आर्गनाइजेशन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई । उनके पूर्व के कार्यो और किये गए महत्वपूर्ण फैसलों के अनुभव को देखते हुये में उन्हें नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग आथरिटी की महत्वपूर्ण भूमिका सौंपी गई। इन्होने नियुक्ति के साथ ही  कई चुनौतियों का सफलतापूर्वक समाधान निकाला।  मार्च 2019 में 42 कैंसर रोधी दवाओं के लिए ट्रेड मार्जिन कम करवा कर उपभोक्ताओं को लगभग 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा  की राहत दिला कर एक मानवीय मूल्यों की उत्कृष्टता का सबुत दिया है । संवेदनशील और कुशल व्यवहार की धनी शुभ्रा सिंह काफ़ी मीडिया फ्रेंडली और खुलकर अपनी बात रखने के लिए भी जानी जाती है। उन्होंने यूएसए से प्राइवेट हेल्थ केयर डेवलपिंग सक्सेसफुल एंड प्रोग्राम के साथ ही यूनाईटेड किंगडम से कैम्ब्रिज लिडरशीप एंड स्ट्रेटेजिक थिंकिंग प्रोग्राम की भी ट्रैनिंग की है । इसके अलावा अपनी प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाने के लिए समय समय पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फारेन ट्रेड , नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पालिसी और अन्य संस्थानों से कई कोर्स एंव ट्रेनिंग करती रही है ।दूरदृष्टि और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता ने इन्हें असरदार ब्यूरोक्रेट्स बनाता है ।