देश की रक्षा को आत्मनिर्भरता का संबल देते अजय कुमार

देश की रक्षा को आत्मनिर्भरता का संबल देते अजय कुमार

जब चीन और पाकिस्तान जैसा पड़ोसी हो तो आतंरिक और वाह्य सुरक्षा की अहमियत काफी बढ़ जाती है । ऐसे में देश को हर स्तर पर तैयार रहने की जरूरत है। इन मानकों को पूरा करने की जिम्मेदारी रक्षा मंत्रालय की होती है। जिसे देखते हुए रक्षा मंत्रालय रणनीति कौशल और क्षमतावान टीम बनाती है। रक्षा सचिव अजय कुमार इस दृष्टिकोण से फिट बैठते हैं। लिहाजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट नियुक्ति समिति ने अजय कुमार को रक्षा सचिव नियुक्त किए जाने को मंजूरी दी। 1985 बैच के केरल कैडर के आईएएस अजय कुमार एक बेहद सुलझे हुए और सफल अधिकारी हैं।

अजय कुमार का जन्म 2 अक्टूबर, 1962 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। उन्होंने आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उन्होंने अपनी सेवा के तीन दशक केरल राज्य सरकार को दिये, ​जहां​ उन्होंने तीन अलग-अलग विभागों का  जवाबदेही के साथ नेतृत्व किया​। रक्षा सचिव का पद भार संभालने से पहले वे ​केरल सरकार​ में प्रमुख सचिव (सूचना प्रौद्योगिकी), केरल राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम के प्रबंध निदेशक, सचिव (उद्योग), केरल राज्य सह-प्रबंध निदेशक जैसे अहम पदों पर ​रह चुके हैं​।​  
 
अजय कुमार हाल ही में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डिफेंस एक्सपो को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए सुर्खियों में रहे हैं। देश में अब तक की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी में देश-विदेश की करीब एक हजार कंपनियों ने हिस्सा लिया, जिनमें 165 विदेशी कंपनियां शामिल थीं।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल 5 फरवरी को इस-एक्सपो का उद्घाटन किया। इसमें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) सहित तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल रहे। इतना ही नहीं इस डिफेंस एक्सपो में 14 अफ्रीकी देशों ने  भी हिस्सा लिया। इसके सफल आयोजन का श्रेय रक्षा सचिव अजय कुमार को जाता है।

रक्षा सचिव अजय कुमार के डिफेंस एक्सपो के शानदार आयोजन का नतीजा है कि देश में रक्षा उत्पाद को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने सरकार की नीतियों को बखूबी आगे बढ़ाया है।  2014 के बाद से भारत रक्षा उत्पाद में मेक इन इंडिया के जरिये हथियार निर्यातक बन कर उभरा है। रक्षा क्षेत्र में विकास की संभावना को देखते हुए सरकार ने डिफेंस सेक्टर के नियमों को आसान बनाया है। 100 फीसदी एफडीआई का रास्ता साफ हुआ है। ​अजय कुमार के ​रक्षा सचिव बनने के बाद​ ​2025 तक ​दुनिया के 5 प्रमुख रक्षा हार्डवेयर उत्पादकों में ​भारत का नाम ​शामिल हो​ने की ​उम्मीद जतायी जा रही  ​है​​​​​​।

रक्षा सचिव अजय कुमार प्रशासनिक स्तर पर काम के मामले में बेहद संवेदनशील और गंभीर व्यक्ति है। वे भारत के 39 वें रक्षा सचिव हैं। उनकी प्रशासनिक कुशलता की वजह से ही भीरतीय सेना और रक्षा मंत्रालय को संबल मिला है। राफेल विमानों की फ्रांस से शीघ्र डिलीवरी में भी उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने रक्षा उत्पाद के क्षेत्र में कई अहम काम किये हैं जो आने वाले समय में देश के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा।  वे फेम इंडिया मैगजीन-एशिया पोस्ट सर्वे के 50 प्रभावशाली व्यक्ति 2020 की सूची में 31वें स्थान पर हैं।