पिता की विरासत में चार चांद लगाती आराधना मिश्रा
आराधना मिश्रा उत्तर प्रदेश की चंद गिनी-चुनी महिला विधायकों में से हैं जिन्हें जमीन से जुड़ी राजनीति का अनुभव है। एक बड़े प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से होने के बावजूद उन्होंने ब्लॉक प्रमुख रह कर जमीनी स्तर की राजनीति का ककहरा पढ़ा और तब विधानसभा पहुँचीं। वे लगातार दो टर्म से रामपुर खास की विधायक हैं और अपने क्षेत्र में लोकप्रियता का रिकॉर्ड कायम कर चुकी हैं।
आराधना उर्फ मोना मिश्रा का जन्म उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 20 अप्रैल 1974 को एक राजनीतिक परिवार में हुआ। वे उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी की पुत्री हैं जो प्रतापगढ़ के रामपुर खास सीट पर 1980 से 2013 तक नौ बार विधायक रह चुके हैं। आराधना की पढ़ाई इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हुई जहां से बीकॉम करने के बाद उन्होंने एमबीए भी किया। वे दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ ह्युमन राइट्स से मानवाधिकार विषय में पोस्ट ग्रैजुएशन भी कर रही हैं।
आराधना मिश्रा ने वर्ष 2000 में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटि की सदस्यता हासिल की। वर्ष 2001 में उन्होंने पहली बार प्रतापगढ़ के ब्लॉक प्रमुख पद का चुनाव जीता। वे इस पद पर लगातार तीन बार विजयी हुईं। इस बीच वर्ष 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने मीडिया समिति की सक्रिय सदस्य और राहुल गांधी की मीडिया रणनीति तय करने वाली रणनीतिकार के तौर पर खासी सुर्खियां बटोरीं। 2014 में पिता के राज्यसभा जाने से खाली हुई विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में उन्होंने बतौर कांग्रेस उम्मीदवार नामांकन भरा। वहां से उन्हें जीत हासिल हुई। उन्होंने अपने पिता से भी बढ़-चढ़ कर जनसेवा की और मतदाताओं से सीधा संपर्क बनाया। नतीजा ये हुआ कि वर्ष 2017 में उन्हें अपनी सीट पर रिकॉर्ड बहुमत से जीत हासिल हुई। अक्टूबर 2019 में उन्हें कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया गया। उत्तर प्रदेश विधानसभा में किसी भी दल की नेता चुनी जाने वाली वे पहली महिला हैं।
आराधना मिश्रा अंबिका ग्रुप में निदेशक हैं और सरयु समाज कल्याण संस्थान नामक एक एनजीओ भी चलाती हैं। उन्हें वर्ष 2008 में दिव्यांगों की सेवा के लिए स्मॉति पुरस्कार मिल चुका है। थाइलैंड की सरकार नें उन्हें वर्ष 2010 में शिक्षा में योगदान के लिए इंटरनैशनल अचीवर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया। उन्हें मॉरीशस के राष्ट्रपति अनिरुद्ध जगन्नाथ ने वर्ष 2010 में पुरबिया सम्मान से भी सम्मानित किया है। इसके अलावे उन्हें अन्य कई सम्मान एवं पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
फेम इंडिया - एशिया पोस्ट "उम्दा विधायक सर्वे" में व्यक्तित्व, छवि, जनता से जुड़ाव, कार्यशैली, लोकप्रियता, विधानसभा में उपस्थिति और प्रश्न, बहस में भागीदारी, विधायक निधि का उपयोग व सामाजिक सहभागिता आदि 10 मुख्य मापदंडों पर किये गये सर्वे में रामपुर खास की विधायक आराधना मिश्रा को विलक्षण कैटगरी में प्रमुख स्थान प्राप्त हुआ है।
सर्वे स्रोत - विभिन्न प्रश्नों पर विधानसभा क्षेत्रों की राय, विधायिका और मीडिया से जुड़े लोगों से स्टेक होल्ड सर्वे और विधानसभा से उपलब्ध डाटा के आधार पर।