लोक कल्याण की भावना से ओतप्रोत हैं सीएम हेमंत सोरेन
ऐक्सिडेंटल पॉलिटिशियन के उपनाम के साथ राजनीति में कदम रखने वाले हेमंत सोरेन वैसे तो पिता की खराब तबियत और भाई की अचानक मौत से खाली हो रही जगह को भरने आये थे, लेकिन उन्होंने जिस समझदारी और गंभीरता से शासन किया, उससे स्पष्ट है कि उनकी साफगोई और जनसेवा की भावना ने लोगों का दिल जीत लिया है। झारखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर उनके कार्यों की उनके समर्थक ही नहीं, विपक्षी भी सराहना करते हैं।
10 अगस्त 1975 को रामगढ़ के नेमारा गांव में एक राजनीतिक परिवार में जन्मे हेमंत सोरेन के पिता झारखंड मुक्ति मोर्चा यानी जेएमएम के प्रमुख शीबू सोरेन झारखंड की राजनीति के पितामह माने जाते थे और बड़े भाई दुर्गा सोरेन भी कद्दावर नेता थे। स्कूली शिक्षा पटना हाई स्कूल से हुई। बाद में उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए प्रतिष्ठित बीआईटी मेसरा में दाखिला भी लिया, लेकिन बड़े भाई की अचानक मौत के बाद उन्हें राजनीति में आना पड़ा। 2009 में एक्टिव पॉलिटिक्स में आये और लगातार ऊपर ही चढ़ते गये।
हेमंत सोरेन कुछ महीनों के लिए राज्यसभा के सांसद भी रहे। 2009 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने खासी मेहनत की। बीजेपी, जनता दल यूनाइटेड और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने साथ में चुनाव लड़ा। बीजेपी और जेएमएम को बराबर 18-18 सीटें मिलीं, और हेमंत के पिता शिबू सोरेन ने सीएम पद की शपथ ली। जब बीजेपी के समर्थन वापसी से सरकार गिरी और सितंबर 2010 में ये गठबंधन दोबारा सत्ता में आया तो बीजेपी के अर्जुन मुंडा ने सीएम पद की शपथ ली। हेमंत सोरन ने डिप्टी-सीएम बने।
इसके बाद वर्ष 2013 में दोनों पार्टियां अलग हुईं तो इसके छह महीने बाद 15 जुलाई 2013 को हेमंत सोरेन ने अपनी शक्ति दिखायी और कांग्रेस व राजद के समर्थन से झारखंड के नौंवे सीएम के तौर पर शपथ ली। हालांकि वर्ष 2014 में हुए चुनाव में उनकी पार्टी बढ़िया प्रदर्शन नहीं कर पायी, लेकिन अगले पांच साल उन्होंने जन संपर्क और लोक कल्याण की भावना से कार्य किया। वर्ष 2019 में हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम ने जीत दर्ज की और वे सूबे के 11वें मुख्यमंत्री बन गये।
हेमंत सोरेन पॅाजिटिव सोच रखने वाले उत्साही राजनेता हैं और अपने हर कार्यकाल में उन्होंने जनता के लिए कल्याणकारी कदम उठाये हैं। वे झारखंड के ऐतिहासिक पुरुष बिरसा मुंडा की विचारधारा केप्रबल समर्थक हैं। उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्रों में किये गये लोक कल्याणकारी कार्यों के लिए वर्ष 2019 के चैंपियंस आफ चेंज अवॅार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।